तीन दिनों में 5 मौतें और 35 से अधिक घायल
छत्तीसगढ़ संवाददाता
कोण्डागांव, 22 जनवरी। सिटी कोतवाली कोण्डागांव अंतर्गत नेशनल हाईवे 30 पर सडक़ हादसों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा घटना नारंगी नदी पुल - दिनेश फ्यूल के बीच की है, जहां एक अज्ञात वाहन की चपेट में आने से पैदल राहगीर परमेंद्र पोयाम (33) पिता भास्कर निवासी महात्मा गांधी वार्ड कोण्डागांव की दर्दनाक मौत हो गई।
परमेंद्र मजदूरी के लिए घर से निकला था, लेकिन देर रात उसका शव हाईवे पर मिला। सिटी कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
लगातार हो रहे सडक़ हादसे
पिछले तीन दिनों में कोण्डागांव क्षेत्र में हुए सडक़ हादसों ने चिंता बढ़ा दी है। नेशनल हाईवे 30 पर सिटी कोतवाली क्षेत्र में लगातार हो रहे हादसों में अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है और 35 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं। पहली घटना 19 जनवरी की है, नेशनल हाईवे-30 पर सडक़ में गड्ढा होने के कारण एक बाइक गड्ढे में उछलकर डिवाइडर से टकरा गई, जिसमें फरसगांव क्षेत्र के दो युवकों की मौत हो गई।
दूसरी घटना 19 और 20 जनवरी की दरमियानी रात मोहला मानपुर के बच्चों को लेकर लौट रही एक बस की ट्रक से टक्कर हो गई। घटना में दो की मौत तो 30 सवार घायल हो गए थे। अब बीती रात दिनेश फ्यूल - नारंगी नदी पुल के बीच एक अज्ञात वाहन ने पैदल चल रहे मजदूर को कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
सडक़ सुरक्षा पर सवाल
लगातार हो रहे सडक़ हादसों ने प्रशासन और यातायात विभाग के सडक़ सुरक्षा माह के जागरूकता अभियान के कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सडक़ की खस्ताहाल स्थिति, गड्ढों से भरी सडक़ों और यातायात जागरूकता के अभाव के कारण हादसों का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। यह स्थिति सडक़ सुरक्षा उपायों और जागरूकता अभियानों की विफलता की ओर इशारा करती है। प्रशासन को सडक़ सुरक्षा पर सख्त कदम उठाने और यातायात नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है, ताकि इन दर्दनाक घटनाओं को रोका जा सके।
तीन दिनों में 5 मौतें और 35 से अधिक घायल
छत्तीसगढ़ संवाददाता
कोण्डागांव, 22 जनवरी। सिटी कोतवाली कोण्डागांव अंतर्गत नेशनल हाईवे 30 पर सडक़ हादसों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा घटना नारंगी नदी पुल - दिनेश फ्यूल के बीच की है, जहां एक अज्ञात वाहन की चपेट में आने से पैदल राहगीर परमेंद्र पोयाम (33) पिता भास्कर निवासी महात्मा गांधी वार्ड कोण्डागांव की दर्दनाक मौत हो गई।
परमेंद्र मजदूरी के लिए घर से निकला था, लेकिन देर रात उसका शव हाईवे पर मिला। सिटी कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
लगातार हो रहे सडक़ हादसे
पिछले तीन दिनों में कोण्डागांव क्षेत्र में हुए सडक़ हादसों ने चिंता बढ़ा दी है। नेशनल हाईवे 30 पर सिटी कोतवाली क्षेत्र में लगातार हो रहे हादसों में अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है और 35 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं। पहली घटना 19 जनवरी की है, नेशनल हाईवे-30 पर सडक़ में गड्ढा होने के कारण एक बाइक गड्ढे में उछलकर डिवाइडर से टकरा गई, जिसमें फरसगांव क्षेत्र के दो युवकों की मौत हो गई।
दूसरी घटना 19 और 20 जनवरी की दरमियानी रात मोहला मानपुर के बच्चों को लेकर लौट रही एक बस की ट्रक से टक्कर हो गई। घटना में दो की मौत तो 30 सवार घायल हो गए थे। अब बीती रात दिनेश फ्यूल - नारंगी नदी पुल के बीच एक अज्ञात वाहन ने पैदल चल रहे मजदूर को कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
सडक़ सुरक्षा पर सवाल
लगातार हो रहे सडक़ हादसों ने प्रशासन और यातायात विभाग के सडक़ सुरक्षा माह के जागरूकता अभियान के कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सडक़ की खस्ताहाल स्थिति, गड्ढों से भरी सडक़ों और यातायात जागरूकता के अभाव के कारण हादसों का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। यह स्थिति सडक़ सुरक्षा उपायों और जागरूकता अभियानों की विफलता की ओर इशारा करती है। प्रशासन को सडक़ सुरक्षा पर सख्त कदम उठाने और यातायात नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है, ताकि इन दर्दनाक घटनाओं को रोका जा सके।