भिंड में मैरिज गार्डन संचालकों की मनमानी पर सख्ती:कलेक्टर बोले- रजिस्ट्रेशन जरूरी, 25% पार्किंग स्पेस भी अनिवार्य, वरना कार्रवाई होगी

शादी-विवाह के सीजन से पहले भिण्ड प्रशासन ने मैरिज गार्डन संचालकों की मनमानी पर सख्ती बरतना शुरू कर दी है। कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने शहर के सभी मैरिज गार्डन संचालकों को स्पष्ट शब्दों में निर्देश दिए हैं। बिना रजिस्ट्रेशन अब कोई भी गार्डन नहीं चलेगा। साथ ही डीजे, थर्माकोल और प्लास्टिक ग्लास जैसे प्रदूषण फैलाने वाले तत्वों पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। कलेक्टर श्रीवास्तव ने कहा कि इन निर्देशों का उद्देश्य सिर्फ कागजी कार्रवाई नहीं, बल्कि जमीनी स्तर पर व्यवस्था को सुधारना है। आने वाले विवाह सीजन में यदि कोई गार्डन इन नियमों का उल्लंघन करता पाया गया तो संबंधित संचालक के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर कार्यालय के सभागार में आयोजित बैठक में सीएमओ यशवंत वर्मा, यातायात प्रभारी राघवेन्द्र भार्गव समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में कलेक्टर ने कहा, "शहर की व्यवस्था और पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए गार्डनों में जरूरी मापदंडों का पालन अनिवार्य है।" ये निर्देश हुए जारी इसलिए जरूरी है यह सख्ती नगर में बढ़ते शोर, ट्रैफिक अव्यवस्था और प्लास्टिक कचरे की समस्या को देखते हुए प्रशासन ने यह कदम उठाया है। यह न सिर्फ शहर की सूरत निखारेगा, बल्कि पर्यावरण की रक्षा में भी बड़ी भूमिका निभाएगा। कलेक्टर श्रीवास्तव का कहना है कि इन नियमों के पालन से भिण्ड की शादी व्यवस्था में अनुशासित रहेगा। शहर में रात में डीजे का कोलाहल नहीं होगा। शांत रहेगी और शहर को स्वच्छ बनाये रखा जा सकेगा।

भिंड में मैरिज गार्डन संचालकों की मनमानी पर सख्ती:कलेक्टर बोले- रजिस्ट्रेशन जरूरी, 25% पार्किंग स्पेस भी अनिवार्य, वरना कार्रवाई होगी
शादी-विवाह के सीजन से पहले भिण्ड प्रशासन ने मैरिज गार्डन संचालकों की मनमानी पर सख्ती बरतना शुरू कर दी है। कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने शहर के सभी मैरिज गार्डन संचालकों को स्पष्ट शब्दों में निर्देश दिए हैं। बिना रजिस्ट्रेशन अब कोई भी गार्डन नहीं चलेगा। साथ ही डीजे, थर्माकोल और प्लास्टिक ग्लास जैसे प्रदूषण फैलाने वाले तत्वों पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। कलेक्टर श्रीवास्तव ने कहा कि इन निर्देशों का उद्देश्य सिर्फ कागजी कार्रवाई नहीं, बल्कि जमीनी स्तर पर व्यवस्था को सुधारना है। आने वाले विवाह सीजन में यदि कोई गार्डन इन नियमों का उल्लंघन करता पाया गया तो संबंधित संचालक के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर कार्यालय के सभागार में आयोजित बैठक में सीएमओ यशवंत वर्मा, यातायात प्रभारी राघवेन्द्र भार्गव समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में कलेक्टर ने कहा, "शहर की व्यवस्था और पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए गार्डनों में जरूरी मापदंडों का पालन अनिवार्य है।" ये निर्देश हुए जारी इसलिए जरूरी है यह सख्ती नगर में बढ़ते शोर, ट्रैफिक अव्यवस्था और प्लास्टिक कचरे की समस्या को देखते हुए प्रशासन ने यह कदम उठाया है। यह न सिर्फ शहर की सूरत निखारेगा, बल्कि पर्यावरण की रक्षा में भी बड़ी भूमिका निभाएगा। कलेक्टर श्रीवास्तव का कहना है कि इन नियमों के पालन से भिण्ड की शादी व्यवस्था में अनुशासित रहेगा। शहर में रात में डीजे का कोलाहल नहीं होगा। शांत रहेगी और शहर को स्वच्छ बनाये रखा जा सकेगा।