नेता प्रतिपक्ष का बयान दुर्भाग्यपूर्ण, भाजपा की निगम सरकार विकास के लिए प्रतिबद्ध-मंजूषा भगत
नेता प्रतिपक्ष का बयान दुर्भाग्यपूर्ण, भाजपा की निगम सरकार विकास के लिए प्रतिबद्ध-मंजूषा भगत
छत्तीसगढ़ संवाददाता
अंबिकापुर, 16 मई। पिछले दिनों नेता प्रतिपक्ष नगर निगम अंबिकापुर शफी अहमद द्वारा मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के अंबिकापुर नगर निगम क्षेत्र में सडक़ों के निर्माण व मरम्मत कार्य के लिए स्वीकृत किए गए 23 करोड़ रुपए पर जारी बयान को लेकर नगर की प्रथम महिला महापौर मंजूषा भगत ने आज प्रेस को अपना बयान जारी कर पलटवार किया है।
उन्होंने नेता प्रतिपक्ष शफी अहमद के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के घोषणा कर भूल जाने के नेता प्रतिपक्ष के आरोप को एक सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने अपने बयान में कहा है कि प्रदेश के यशस्वी संवेदनशील मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अंबिकापुर शहर के विकास के लिए 23 करोड़ की राशि को स्वीकृति प्रदान कर उसकी प्रथम किश्त की राशि 3.83 करोड़ रुपये जारी भी कर दिया है। नगर निगम क्षेत्र में डामरीकरण के कार्य हेतु निविदा की प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है जिसमें अविलंब निर्माण कार्य प्रारंभ होना है।
महापौर ने आगे अपने बयान में बताया कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद अधोसंरचना और शहर के सर्वांगीण विकास के लिए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट योजना के तहत 123 करोड़ के कार्य की निविदा भी पूरी हो चुकी है। यही नहीं नगर निगम अंबिकापुर के गठन के दो माह के अंदर ही मुख्यमंत्री नगरोत्थान योजना के तहत कला व संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए महानगरों की तर्ज पर 1000 सीटर ऑडिटोरियम के निर्माण की प्रक्रिया भी प्रारंभ हो चुकी है।
उन्होंने आगे कहा कि वर्षों से लंबित लोगों की अस्था के केंद्र रही माँ महामाया मंदिर के मार्ग के विकास के लिए माँ महामाया कॉरिडोर योजना के तहत 15 करोड़ की राशि की तकनीकी स्वीकृति शासन से प्राप्त हो गई है। नगर के मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए मांगलिक भवन हेतु 3 करोड़ की राशि की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है। प्रशासनिक भवन के अधूरे निर्माण को पूरा करने के लिए भी मुख्यमंत्री जी ने 2.39 करोड़ की राशि भी प्रदान की है। विद्यार्थियों के प्रतियोगी परीक्षा की तैयारियों के लिए बनने वाले नालंदा परिसर(लायब्रेरी) के निर्माण की प्रक्रिया भी पूर्ण कर ली गयी है। उन्होंने बताया कि मेरे महापौर के रूप में शपथ लेने के दो महीने के भीतर ही अब तक राज्य सरकार द्वारा लगभग 197 करोड़ के निर्माण कार्यों की स्वीकृति मिल चुकी है। महापौर ने नेता प्रतिपक्ष पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कॉंग्रेस की नगर निगम सरकार के पिछले कार्यकाल में उनकी प्रदेश में सरकार थी तब भी नगर निगम क्षेत्र के खस्ताहाल सडक़ों के निर्माण के लिए इनकी निगम सरकार कोई बजट नहीं ला पाई, जिसको अपने बयान में नेता प्रतिपक्ष ने खुद ही स्वीकर भी किया है। इसलिए अब उनको समझ आ जाना चाहिए कि ये ट्रिपल इंजन की भाजपा सरकार है जो कहती है वो करती है। हमारे मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में भाजपा की नगर निगम सरकार विकास के लिए प्रतिबद्ध है। जनअपेक्षाओं व जनभावनाओं के अनुरूप शहर के विकास की परिकल्पना को लेकर नगर का सुव्यवस्थित नियोजन किया जाएगा।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
अंबिकापुर, 16 मई। पिछले दिनों नेता प्रतिपक्ष नगर निगम अंबिकापुर शफी अहमद द्वारा मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के अंबिकापुर नगर निगम क्षेत्र में सडक़ों के निर्माण व मरम्मत कार्य के लिए स्वीकृत किए गए 23 करोड़ रुपए पर जारी बयान को लेकर नगर की प्रथम महिला महापौर मंजूषा भगत ने आज प्रेस को अपना बयान जारी कर पलटवार किया है।
उन्होंने नेता प्रतिपक्ष शफी अहमद के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के घोषणा कर भूल जाने के नेता प्रतिपक्ष के आरोप को एक सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने अपने बयान में कहा है कि प्रदेश के यशस्वी संवेदनशील मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अंबिकापुर शहर के विकास के लिए 23 करोड़ की राशि को स्वीकृति प्रदान कर उसकी प्रथम किश्त की राशि 3.83 करोड़ रुपये जारी भी कर दिया है। नगर निगम क्षेत्र में डामरीकरण के कार्य हेतु निविदा की प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है जिसमें अविलंब निर्माण कार्य प्रारंभ होना है।
महापौर ने आगे अपने बयान में बताया कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद अधोसंरचना और शहर के सर्वांगीण विकास के लिए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट योजना के तहत 123 करोड़ के कार्य की निविदा भी पूरी हो चुकी है। यही नहीं नगर निगम अंबिकापुर के गठन के दो माह के अंदर ही मुख्यमंत्री नगरोत्थान योजना के तहत कला व संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए महानगरों की तर्ज पर 1000 सीटर ऑडिटोरियम के निर्माण की प्रक्रिया भी प्रारंभ हो चुकी है।
उन्होंने आगे कहा कि वर्षों से लंबित लोगों की अस्था के केंद्र रही माँ महामाया मंदिर के मार्ग के विकास के लिए माँ महामाया कॉरिडोर योजना के तहत 15 करोड़ की राशि की तकनीकी स्वीकृति शासन से प्राप्त हो गई है। नगर के मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए मांगलिक भवन हेतु 3 करोड़ की राशि की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है। प्रशासनिक भवन के अधूरे निर्माण को पूरा करने के लिए भी मुख्यमंत्री जी ने 2.39 करोड़ की राशि भी प्रदान की है। विद्यार्थियों के प्रतियोगी परीक्षा की तैयारियों के लिए बनने वाले नालंदा परिसर(लायब्रेरी) के निर्माण की प्रक्रिया भी पूर्ण कर ली गयी है। उन्होंने बताया कि मेरे महापौर के रूप में शपथ लेने के दो महीने के भीतर ही अब तक राज्य सरकार द्वारा लगभग 197 करोड़ के निर्माण कार्यों की स्वीकृति मिल चुकी है। महापौर ने नेता प्रतिपक्ष पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कॉंग्रेस की नगर निगम सरकार के पिछले कार्यकाल में उनकी प्रदेश में सरकार थी तब भी नगर निगम क्षेत्र के खस्ताहाल सडक़ों के निर्माण के लिए इनकी निगम सरकार कोई बजट नहीं ला पाई, जिसको अपने बयान में नेता प्रतिपक्ष ने खुद ही स्वीकर भी किया है। इसलिए अब उनको समझ आ जाना चाहिए कि ये ट्रिपल इंजन की भाजपा सरकार है जो कहती है वो करती है। हमारे मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में भाजपा की नगर निगम सरकार विकास के लिए प्रतिबद्ध है। जनअपेक्षाओं व जनभावनाओं के अनुरूप शहर के विकास की परिकल्पना को लेकर नगर का सुव्यवस्थित नियोजन किया जाएगा।