सहारनपुर में नोडल अधिकारी से मारपीट में जांच कमेटी गठित:डॉ.बोले–सीसीटीवी फुटेज से की गई छेड़छाड़, शराब पीकर काउंसलर ने की थी मारपीट
सहारनपुर में नोडल अधिकारी से मारपीट में जांच कमेटी गठित:डॉ.बोले–सीसीटीवी फुटेज से की गई छेड़छाड़, शराब पीकर काउंसलर ने की थी मारपीट
सहारनपुर के जिला अस्पताल स्थित नशा मुक्ति केंद्र के नोडल अधिकारी डॉ. शिवेंद्र ने काउंसलर योगेंद्र सिंह पर मारपीट और अभद्रता का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि छह मार्च को योगेंद्र ने शराब के नशे में उनके साथ गाली-गलौज करते हुए हाथापाई की थी। इस मामले में उन्होंने जनकपुरी थाना पुलिस और अस्पताल प्रशासन से शिकायत की थी, लेकिन दस दिन बाद भी काउंसलर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। नोडल अधिकारी डॉ. शिवेंद्र ने बताया कि पिछले तीन महीनों से जिला अस्पताल के नशा मुक्ति केंद्र में कोई चिकित्सक तैनात नहीं है। ऐसे में वे खुद ही वहां भर्ती मरीजों का उपचार कर रहे थे। लेकिन इस घटना के बाद से कोई भी मरीज केंद्र में भर्ती नहीं हो रहा है। सीसीटीवी फुटेज से छेड़छाड़ का भी आरोप डॉ.शिवेंद्र ने आरोप लगाया कि योगेंद्र का बचाव करने के लिए नशा मुक्ति केंद्र के सीसीटीवी फुटेज से छेड़छाड़ की गई है। उन्होंने बताया कि यह पहला मौका नहीं है जब योगेंद्र ने इस तरह की हरकत की हो। इससे पहले भी वह शराब के नशे में तीमारदारों और स्टाफ के साथ अभद्रता कर चुका है। बीते 13 जनवरी को योगेंद्र के जीजा ने शपथपत्र देकर उसे सुधरने का एक और मौका देने की बात कही थी, लेकिन इसके बावजूद उसका व्यवहार नहीं बदला। सीएमएस डॉ.सुधा कुमारी सुमन ने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के लिए कमेटी गठित की गई है। उन्होंने कहा, कमेटी से जल्द जांच रिपोर्ट देने को कहा गया है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
सहारनपुर के जिला अस्पताल स्थित नशा मुक्ति केंद्र के नोडल अधिकारी डॉ. शिवेंद्र ने काउंसलर योगेंद्र सिंह पर मारपीट और अभद्रता का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि छह मार्च को योगेंद्र ने शराब के नशे में उनके साथ गाली-गलौज करते हुए हाथापाई की थी। इस मामले में उन्होंने जनकपुरी थाना पुलिस और अस्पताल प्रशासन से शिकायत की थी, लेकिन दस दिन बाद भी काउंसलर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। नोडल अधिकारी डॉ. शिवेंद्र ने बताया कि पिछले तीन महीनों से जिला अस्पताल के नशा मुक्ति केंद्र में कोई चिकित्सक तैनात नहीं है। ऐसे में वे खुद ही वहां भर्ती मरीजों का उपचार कर रहे थे। लेकिन इस घटना के बाद से कोई भी मरीज केंद्र में भर्ती नहीं हो रहा है। सीसीटीवी फुटेज से छेड़छाड़ का भी आरोप डॉ.शिवेंद्र ने आरोप लगाया कि योगेंद्र का बचाव करने के लिए नशा मुक्ति केंद्र के सीसीटीवी फुटेज से छेड़छाड़ की गई है। उन्होंने बताया कि यह पहला मौका नहीं है जब योगेंद्र ने इस तरह की हरकत की हो। इससे पहले भी वह शराब के नशे में तीमारदारों और स्टाफ के साथ अभद्रता कर चुका है। बीते 13 जनवरी को योगेंद्र के जीजा ने शपथपत्र देकर उसे सुधरने का एक और मौका देने की बात कही थी, लेकिन इसके बावजूद उसका व्यवहार नहीं बदला। सीएमएस डॉ.सुधा कुमारी सुमन ने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के लिए कमेटी गठित की गई है। उन्होंने कहा, कमेटी से जल्द जांच रिपोर्ट देने को कहा गया है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।